दिल्ली में ‘Dry Day’: जनवरी से मार्च तक शराब की दुकानें बंद
इस साल जनवरी से मार्च तक, दिल्ली के शराब की दुकानें छह दिनों के लिए बंद रहेंगी (Dry Day), जिसमें 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर भी शामिल है। दिल्ली सरकार ने इस दौरान 26 जनवरी को ‘Dry Day’ का आयोजन किया है। साथ ही, दिल्ली के उत्तरकंड विभाग के अनुसार, इस समय में भी कई अन्य दिन हैं, जब शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लागू होगा। इन दिनों में 24 फरवरी (गुरु रविदास जयंती), 6 मार्च (स्वामी दयानंद सरस्वती जयंती), 8 मार्च (महा शिवरात्री), 25 मार्च (होली), और 29 मार्च (गुड़ी पड़वा) शामिल हैं।
पूरे देश में सूखे के दिन:
इसमें अब तक चार भारतीय राज्य शामिल हैं – उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, आसाम, और छत्तीसगढ़ – जिन्होंने 22 जनवरी को Dry Day घोषित किया है। इस दिन को राम मंदिर का पुनर्निर्माण के शुभारंभ का महापुरुषार्थ समारोह मनाया जाएगा। पिछले वर्ष, इसी दिन को दिल्ली विधानसभा के पूर्व सीएम रामवीर सिंह बिधुरी समेत कई भाजपा नेता ‘सुखद दिन’ (Dry Day)के रूप में घोषित करने की मांग कर रहे हैं।
राजनीतिक माहौल:
दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर ‘Dry Day’ का आयोजन करने के पीछे कई राजनीतिक मामले भी हैं। पिछले साल, ruling Aam Aadmi Party (AAP) और दिल्ली LG के बीच राजनीतिक झगड़े के दौरान, अगस्त में राष्ट्रीय राजधानी में सूखे के दिनों (Dry Day) की घोषणा करने का अधिकार एक्साइज कमिशनर को दिया गया था। इसका मतलब है कि शराब की बिक्री पर प्रतिबंध को सूचना देने का अधिकार एक्साइज कमिशनर को है, जो राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तन के माध्यम से ऐसे निर्णयों पर सोचता है।
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शासन का सही समर्थन:
दिल्ली के अलावा, इस समय में अन्य राज्यों में भी सूखे के दिनों (Dry Day) का समर्थन किया जा रहा है। सांसद रामवीर सिंह बिधुरी ने यहां पर शराब की दुकानों को 22 जनवरी को बंद रखने की मांग की है, क्योंकि इस दिन अयोध्या में राम मंदिर का महापुरुषार्थ समारोह होगा। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, आसाम, और छत्तीसगढ़ ने इस दिन को ‘सुखद दिन’ के रूप में घोषित किया है।
सारांश:
यह निर्णय शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लागू करने के लिए है, जो सुखद और धार्मिक अवसरों पर सुरक्षितता बनाए रखने का प्रयास है। हालांकि इससे कुछ व्यक्तिगत और व्यापारिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, यह सरकार का प्रयास है कि लोगों को शांति और सुरक्षा के लिए एक सामंजस्यपूर्ण वातावरण मिले।