UPI यूजर्स के लिए नए पाँच नियम, बढ़ाएं तंतु सुरक्षा और सुविधा!
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने नए साल के साथ भारतीय डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में नए कदम उठाए हैं। यहाँ हैं उन पाँच नए नियमों की एक झलक:
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1) हस्पताल और शिक्षा से जुड़े लेन-देन का बढ़ाया UPI सीमा: अब हस्पताल और शिक्षा संबंधित भुगतानों के लिए UPI पेमेंट्स की सीमा को ₹1 लाख से ₹5 लाख तक बढ़ा दिया गया है, जिससे इसे अब और भी उपयोगी बनाया जा सकता है।
2) यूपी पर पूर्व-स्वीकृत क्रेडिट लाइन: UPI पर पूर्व-स्वीकृत क्रेडिट लाइन के माध्यम से आबादी के बढ़ते समावेशन को बढ़ावा मिलेगा।
3) UPI के लिए सेकेंडरी मार्केट: नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने शुरू की ‘UPI फॉर सेकेंडरी मार्केट’ इनिशिएटिव, जो कि इंडिया को तेज वित्तीय लेन-देन की दिशा में आगे बढ़ा सकती है।
4) UPI एटीएम्स का उपयोग QR कोड्स से: UPI एटीएम्स अब QR कोड्स का उपयोग करेंगे, जो वर्तमान में पायलट चरण में हैं, जिससे लोगों को बिना किसी फिजिकल कार्ड के नकद निकासी की सुविधा होगी।
5) चार घंटे का कूलिंग पीरियड: रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने ₹2,000 से अधिक भुगतान करने वालों के लिए पहले चार घंटे का कूलिंग पीरियड निर्धारित किया है, जिससे उपयोगकर्ता अपने भुगतान को बदल सकते हैं।
ये नियम UPI से जुड़े उपयोगकर्ताओं को और भी सुरक्षित और सुविधाजनक लेन-देन की स्थिति में लाएगे, जो डिजिटल भुगतानों में एक नए क्षेत्र की ऊर्जा से भरा हुआ है।